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Deepfake ai kya hai 2023 | डीपफेक से लोगोंको बेवकूफ बनाए

डीपफेक एआई टूल क्या है?”

दोस्तों, आजकल एआई टूल्स बहुत सारे बाजार में आ गए हैं। इनका यूज़ करके, हम अपनी लाइफ को और भी अच्छी और बेहतर बना रहे हैं, ऐसे ही कुछ एआई टूल्स हमारे मोबाइल में उपलब्ध हैं। हम उनका उपयोग हमारे अच्छे के लिए करते हैं और कुछ ऐसे भी टूल्स हैं जिनका उपयोग ठगी, फ्रॉड और फसाने के लिए होता है, तो दोस्तों आज हम deepfake ai kya hai इस बारे मे विस्तार से जानेंगे

दोस्तों, “डीपफेक एआई टूल” भी ऐसा ही एक Ai टूल है, जिसे कुछ लोग मनोरंजन और अच्छे के लिए यूज़ करते हैं, तो कुछ लोग इसका किसीको बेवकूफ़ और फ़साने के लिए करते है लेकिन इसका यह मतलब नही की इसका मनोरंजन के लिए यूज़ नही करसकते, ये तो हो जाती है पॉजिटिव साइड। हालांकि, दोस्तों, इस एआई टूल की आपने नेगेटिव साइड अभीतक देखी नहीं होगी। अगर आपने यह देख लिया है deepfake ai kya hai तो आपका दिमाग चकरा जाएगा।

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Deepfake AI टूल से हम नकली चेहरा, नकली आवाज, नकली फोटो, नकली वीडियो बना सकते हैं। हूबहू रियल इंसान जैसा नकली इंसान को हम इन वीडियो, फोटो, आवाज में यूज़ कर सकते हैं। आप एक बार के लिए बिल्कुल भी फर्क नहीं कर पाएंगे कि यह असली है या नकली।

दोस्तों, यही है Deepfake AI टूल का काम – असली चीज़ों को नकली बनाना और नकली चीज़ों को असली बनाकर दिखाना, और ऐसे चीज़ों को दिखाना कि आपका विश्वास उसपर पूरा आ जाए।”

Deepfake AI टेक्नोलॉजी आपने शायद पहली बार सुनी होगी। आज के इस लेख में हम इसी deepfake टेक्नोलॉजी के बारे में जानेंगे कि Deepfake AI क्या है? Deepfake कैसे काम करता है? इसके फायदे और नुकसान क्या है? इसका उपयोग कहाँ पर करें? इसका सदुपयोग और दुरुपयोग क्या है? डीपफेक से कैसे बचा जाये?

तो दोस्तों, इन्हीं सभी सवालों के सारे जवाब आज मैं इस लेख में विस्तार से दूंगा, जिसे पढ़कर आप ‘Deepfake ai kya hai है जान जाएंगे और यह समझ पाएंगे कि क्या असली है और क्या नकली।”

डीपफेक काम कैसे करता है

दोस्तों, डीपफेक टेक्नोलॉजी क्लोनिंग तकनीक पर काम करती है। आसान भाषा में कहूँ तो क्लोनिंग का मतलब होता है कि असली चीज़ों को नकली चीज़ों में बदलकर ऐसा दिखाना जैसे वो एकदम असली है।

मतलब, यह टेक्नोलॉजी AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) कृतिम बुद्धि का यूज़ करके और सोशल मीडिया के डेटा और जानकारी, इमेज, वीडियो, ऑडियो, मटेरियल का यूज़ करके क्लोन बनाती है। मतलब असली चीज़ो की नक़ल करके बिल्कुल असली जैसा दिखाना

डीपफेक एआय का दुरपयोग

उदाहरण के तौर पर – सोशल मीडिया पर अगर आप बहुत ज्यादा वीडियो, फोटो, ऑडियो को हर जगह साझा करते हैं और प्राइवेसी का ख्याल नहीं रखते, तो आपका डेटा और जानकारी किसी दुश्मन या हैकर के पास पहुँच सकता है

तो वो आपकी जानकारी यूज़ करके और deepfake AI टूल का उपयोग करके ऐसी चीज़ें बना सकता है जिनसे वह आपका ही आपतीजनक फोटो और वीडियो लगे जिससे हैकर्स आपको ब्लैकमेल या बदनामी का डर दिखाकर आपसे रूपये मांग सकते है, इसलिए सोशल मीडिया पर पूरी सावधानी बरते

दोस्तों, यही तरीका से deepfake तकनीक काम करती है और सबसे ज्यादा हैकर्स इसका उपयोग करते है, जो आपकी गोपनीय जानकारी हासिल कर आपको ब्लैकमेल कर सकते है और आपकी बहुत सारी गोपनीय जानकारी को हासिल कर सकते हैं।

डीपफेक के फायदे क्या हैं?

इस टेक्नोलॉजी के नुकसान और खतरे तो बहुत हैं, पर फायदा भी कुछ कम नहीं है। क्योंकि यह डीपफेक एआई टेक्नोलॉजी, को लोगों को मनोरंजन, टेक्निकल यूज़ और सिक्योरिटी के लिए बनाया गया है, न कि इसका खतरा बढ़ाने के लिए।

  • सबसे पहला फायदा इसका क्रिमिनल फॉरेंसिक और पुलिस डिपार्टमेंट को होता है। इस तकनीक से वे अपराधी तक आसानी से पहुंच सकते हैं, उनका क्लोन बना कर उन्हें फंसा सकते हैं।
  • दूसरा इसका फायदा व्यवसायी उद्यमियों को होगा। क्योंकि इस तकनीक से मार्केटिंग करना बहुत आसान होगा।
  • मनोरंजन के हिसाब से यह चीज़ बहुत बढ़िया है। इसका उपयोग करके हम अपने पसंदीदा सेलिब्रिटी के साथ झूठी सेल्फी ले सकते हैं, अपना खुद का क्लोन बना सकते हैं।
  • क्रिएटिव फील्ड में भी डीपफेक एआई टेक्नोलॉजी काम आ सकती है, जैसे सोशल मीडिया क्रिएटर्स इसका कॉन्टेंट क्रिएशन में उपयोग कर सकते हैं। जैसे YouTube
  • डीपफेक ऐप्स की मदद से हम आसानी से डीपफेक कंटेंट बना सकते हैं (सावधानी बरतने के लिए, मैं डीपफेक ऐप्स के नाम नहीं ले रहा हूं)। लेकिन ये ऐप्स आपको आसानी से डीपफेक वेबसाइट्स या प्लेस्टोर पर मिल सकते हैं।

डीपफेक के नुकसान क्या है?

दोस्तों, हमने तो इसके फायदे देख लिए हैं, पर इसके नुकसान इसके फायदों से कहीं ज्यादा हैं। क्योंकि आजकल कोई भी इसका यूज़ करके किसी को भी बेवकूफ बनाकर ठग सकता है, तो मेरी आपसे विनती है कि इन नुकसानों को नजरअंदाज न करें, इसको समझें और सावधान रहें।

इसका सबसे बड़ा नुकसान बड़े-बड़े फेमस सेलेब्रिटी और प्रमुख व्यक्तित्वों को होता है, क्योंकि कोई भी इनका सोशल मीडिया कंटेंट, इमेज, वीडियो उठाकर उनका ही क्लोन बनाकर हर किसी को बेवकूफ बनाया जा सकता है।

आपकी फेक सोशल मीडिया प्रोफ़ाइल बनाकर आपकी निजी और गोपनीय जानकारियों को हासिल किया जा सकता है, हैकर्स आपकी जानकारी ले सकते हैं, जैसे ही आपकी कोई फोटो, वीडियो, आवाज़ उनके हाथों लगती है, वे आपका क्लोन बना कर आपको फंसा सकते हैं।

आपकी फेक आवाज़ बनाकर आपके रिश्तेदारों से पैसे लेना, यह भी इसका नुकसान हो सकता है।

आपका फेक आपत्तिजनक वीडियो आपकी मर्जी के बिना बनाया जा सकता है और उसी वीडियो से आपको ठगा भी जा सकता है,

सार्वजनिक व्यक्तित्वों की फेक वीडियो से लोगों को प्रभावित कर आपको फसाया जा सकता है , मतलब उन सेलेब्रिटिस की फेक वीडियो बनाकर आपसे फेमस सेलिब्रिटी के नाम पर फेक वीडियो बना कर आपको फसाया जा सकता है

कैसे पता लगाए की डीपफेक असली है या नकली?

अब सवाल यह उठता है कि कैसे पता लगाया जाए कि वो फोटो और वीडियो जो हम सोशल मीडिया में देखते हैं, वो असली हैं या नकली? क्या पता वह इनफार्मेशन जो हम देख रहे हैं, वो असली भी हो सकती हैं, तो इसलिए नीचे हमने डीपफेक एआई के फोटो, वीडियो और आवाज़ की जांच कर पता लगाने के तरीके बताए हैं:

जो भी सोशल मीडिया पर फोटो, वीडियो, और ऑडियो है, उसपर आँख बंद करके बिल्कुल भरोसा न करें। सबसे पहले जांच करें कि जो हम फोटोज और वीडियो देख रहे हैं, वो संबंधित ऑफिसियल या वेरीफाइड स्त्रोत से सम्बंधित है या नहीं। यह जांच कर उसपर भरोसा करे।

जिस भी सेलिब्रिटी की फोटो और वीडियो है, उनकी यूनिक प्रोफाइल पर ब्लू टिक है या नहीं, यह देखें और फिर उस पर विश्वास करें।

अगर आपको कोई रिश्तेदार या हैकर्स की डीपफेक वॉयस जनरेटेड कॉल आती है और सामनेवाला बंदा आपसे पैसे की मांग करता है, तो आपको उससे सवाल पूछना चाहिए। ऐसे सवाल जिनका जवाब आप और आपका रिश्तेदार जानते हैं, उससे बातचीत कर आपको पुष्टि करनी चाहिए कि वो कॉल असली है या फेक।

Deepfake ai से कैसे बचा जाये?

अपने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म की जानकारी को गोपनीय रखें, किसी के साथ भी निजी जानकारी साज़ा न करे

कम से कम व्यक्तिगत वीडियो, फोटो, और ऑडियो ही सोशल मीडिया पर शेयर करें, और अपने परिचित व्यक्तियों के साथ ही कंटेंट साझा करें, बिना किसी अनजान व्यक्ति के साथ। ऐसे व्यक्तियों के साथ किसी भी निजी जानकारी और कंटेंट को साझा न करें।

अगर कोई आपकी फेक और आपत्तिजनक फोटो या वीडियो बनाता है, और आपसे पैसे की मांग करके धमकी देता है तो, आपको बिना किसी दबाव के पुलिस में रिपोर्ट करने का हक है। आपको घबराने की आवश्यकता नहीं है,

अगर आपके साथ कुछ गलत होता है, तो तुरंत कार्रवाई करें, इससे पहले कि हैकर्स और फ्रॉड करनेवाले आपकी जानकारी को चोरी करें या। अपनी सुरक्षा के लिए, पुलिस का सहारा लेना हमेशा एक विचारित कदम होता है।

अन्य पढ़े :- एआय से फोटो कैसे बनाये?

टेक्स्ट का वीडियो कैसे बनाए?

निष्कर्ष:

दोस्तों, इस लेख में हमने देखा कि डीपफेक एआई टूल क्या है। यह काम कैसे करता है, इसके फायदे और नुकसान क्या हैं। और यह भी देखा कि इससे कैसे बचा जा सकता है। इस तरह से, हमने डीपफेक टेक्नोलॉजी के बारे में अच्छी जानकारी प्राप्त की। और आगे भी ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करेंगे। दोस्तो यहा तक पढ़ने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।

सबसे अच्छी पोस्ट :-

  1. एआई से बात कैसे करे ?
  2. एआई टूल्स क्या है ?
  3. एआई को कैसे यूज़ करें ?
  4. एआई वेबसाइट क्या है ?
  5. जेफरी सेलवी एआई क्या है ?
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